“ऐसा भारत बनाएं”
चलो ऐसा
एक भारत रचाएं
जिसकी नींव
मजबूत रखी जाए
नींव की हर ईट को
फौलाद सा तपाएं
हां, हर बच्चे को
अच्छा इंसान बनाएं
प्रगति का आधार
हैं बच्चे
बहते जल की धार
हैं बच्चे
भारत की तकदीर
हैं बच्चे
आधी-अधूरी तस्वीर
हैं बच्चे
प्यार के रंग से
रंगना होगा
सांचे में इंसानियत के
ढालना होगा
हर माता-पिता पर
ये कर्ज होगा
हर विद्यालय का
ये फर्ज होगा
कच्ची-मिट्टी के हैं
ये गोले
दिल में छिपे हैं
इनके शोले
जिस साचे में ढ़ालोगे
ढल जाएंगे
चाहोगे जैसा बनाना
बन जाएंगे
शक्तिशाली एक भारत
ये बनाएंगे
खुली हवा में सांस
हम ले पाएंगे
न डरेगी कोई बहन
फिर किसी के भाई से
जीत होगी अच्छाई की
सदा बुराई से
कोई छोटा न बड़ा होगा
फिर जन्म से
इंसान पहचाना जाएगा
अपने कर्म से
चलो एक ऐसा
भारत बनाएं
इंसानियत ही
जिसका धर्म हो जाए
उज्जवल भविष्य
बच्चों का अपने बनाएं
एक ऐसा
भारत बनाएं
ऐसा भारत बनाएं…
बहोत अच्छा लिखा आपने। जय हिंद 🙏
हौसला अफजाई के लिए बहुत बहुत शुक्रिया
🙏