स्त्री-विमर्श एवं नारी सशक्तिकरण पर लिखा उपन्यास “मेघना– एक अलबेली-सी पहेली”
जब कोई बात बिगड़ जाए,
जब कोई मुश्किल पड़ जाए,
तुम देना साथ मेरा ओ हमनवा…?
जो सबके लिए जीती आई, जब उसे सहारे की ज़रूरत हुई तो किसी ने दिया उसका साथ? जानने के लिए बस थोड़ा और इंतज़ार…
शीघ्र आ रही है (हिन्दयुग्म प्रकाशन से)…