समाज के हर अंग जीवन के हर रंग को लेकर रचा, हिन्दयुग्म प्रकाशन से प्रकाशित मेरा उपन्यास मेघना- एक अलबेली-सी पहेली हमारा समाज की दोहरी मानसिकता जहां कुछ पुरुष नारी जाती की उन्नति के लिए सीढ़ी बन जाते हैं वहीं कुछ उसे मात्र भोग की वस्तु समझते हैं। इस उपन्यास में पुरुष के राम और… Continue reading मानवीय संवेदनाओं को कुरेदता उपन्यास
Category: प्रकाशित लेख
स्त्री पुरुष के मध्य संतुलन जरूरी है
आज दिनांक 03.02.2020 को समाचार पत्र उजागर संसार के संपादकीय में मेरा लेख "स्त्री पुरुष के मध्य संतुलन जरूरी है" प्रकाशित हुआ है। लेख नीचे लिख रही हूं... "जब सृष्टि की रचना हुई। स्त्रियों को बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी गई... जननी की, अजन्में शिशु को कोख में रखकर अपने लहू से सींचकर तमाम पीड़ा उठाने… Continue reading स्त्री पुरुष के मध्य संतुलन जरूरी है
गृहलक्ष्मी : कौन सही कौन गलत
मेरी कहानी "कौन सही कौन गलत" का प्रकाशन "गृहलक्ष्मी" के अप्रैल'2019 अंक में हुआ है ...
वनिता : कब आओगे राम
कलयुगी मर्म को दर्शाती मेरी कविता " कब आओगे राम " वनिता के जनवरी 17 अंक में प्रकाशित हुई
मुक्ता: वैदेही
My Story Published in August'15 edition of Mukta
नए साल कुछ ऐसा किया जाए
1. My poetry published in गृहशोभा (जनवरी'2015) 2. My another poetry 'काश कुछ ऐसा हो जाए' published in Nov'14 edition of hindi magazine WOMAN on TOP. 3. My poetry written on christmas festival ' क्रिसमस पर ऐसा करें ' has been published in December ' 14 edition of hindi magazine "WOMAN on TOP". This is… Continue reading नए साल कुछ ऐसा किया जाए
फेमिना : नई दिशा
My First story नई दिशा published in फेमिना January'2015 edition...